Patanjali Mirgi Ki Dawa | पतंजलि मेडिसिन फॉर मिर्गी

Patanjali Medicine for Epilepsy in Hindi

Patanjali Mirgi Ki Dawa
Patanjali Mirgi Ki Dawa


पतंजलि मिर्गी की दवा: मिर्गी एक स्नायविक विकार है जिसमें रोगी के मस्तिष्क में असामान्य तरंगें उत्पन्न होती हैं। देश में करीब 10 लाख लोग इस बीमारी के शिकार हैं। वहीं, दुनिया भर में 50 मिलियन से ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।

स्वामी रामदेव के अनुसार योग और प्राणायाम के साथ-साथ औषधियों से मिर्गी की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए किया जा सकता है और एक बात क्या आपको पतंजलि आयुर्वेद दवा के फायदे लिस्ट और उपयोग की जरुरत हैं होगी तो जरूर इस लेख को पढिये यहा पर आपके लिए पतंजली की सारी दवा, फायदे और उपगोग लिखे गये हैं इस लेख के साथ-साथ आप इस बलगम का आयुर्वेदिक घरेलू उपचार भी पढ लिजिए।

मिर्गी के लक्षण

  • बेहोश होना
  • शरीर डगमगाता है
  • झागदार मुँह

स्वामी रामदेव से जानिए मिर्गी की रामबाण औषधि, 3 महीने में जड़ से खत्म हो जाएगी यह बीमारी

मिर्गी का कारण

स्वामी रामदेव के अनुसार मिर्गी के कई कारण हो सकते हैं। मिर्गी की समस्या ज्यादातर बच्चों के साथ-साथ यौवन में भी होती है। पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।

  • मस्तिष्क का आघात
  • सिर में चोट
  • मस्तिष्क का ट्यूमर
  • मस्तिष्कावरण शोथ
  • तंत्रिका तंत्र कमजोर होने पर
  • दिमाग में कीड़े होने
  • गंभीर अवसाद होना
  • असुरक्षा की भावना होना


मिर्गी की आयुर्वेदिक दवा | मिर्गी से निजात पाने के आयुर्वेदिक उपाय

  • मेधावती और अश्वगंधा कैप्सूल लें। बच्चों को मिर्गी के दौरे पड़ रहे हों तो बड़े को 1-1 गोली और बड़े को 2-2 गोली दें।
  • दूध में एक चम्मच बादाम रोगन मिलाकर पिएं।
  • एक चम्मच अमृत रसायन लें।
  • रोजाना गाय के घी और मक्खन का सेवन करें।
  • ब्राह्मी, शंख पुष्पी, वंशलोचन, मुलेठी, अश्वगंधा आदि मिर्गी की समस्या से निजात दिलाने में कारगर हैं।
  • पीपल, बरगद के बालों का काढ़ा पिएं। इससे फायदा होगा।
  • सिर दर्द की समस्या को तुरंत दूर कर देंगे ये घरेलू नुस्खे, ऐसे करें इस्तेमाल

  • सूखे अंगूर, अखरोट, बादाम, अंजीर को भिगोकर पेस्ट बना कर पी लें।
  • रोजाना पेठे का जूस पीने से लाभ मिलेगा.
  • कद्दू का रस निकाल कर पी लें।
  • एक पैन में पानी उबलने के लिए रख दें। इसके बाद इसमें मेधा क्वाथ मिलाएं और इसका काढ़ा बना लें। आप चाहें तो इसमें ब्राह्मी, शंखपुष्पी भी मिला सकते हैं।
  • कद्दू का जूस पिएं।
  • मखाना और खसखस ​​की खीर खाएं
  • मोती की माला को गले में धारण करने से मिर्गी में लाभ होता है।

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